著者・編者वाचना-प्रमुख, गणाधिपति तुलसी ; संपादक, भाष्यकार, आचार्य महाप्रज्ञ
一般注記Hindi, Prakrit, and Sanskrit
Summary: Jaina canonical text; Prakrit text with Hindi and Sanskrit translation; includes Sanskrit commentaries by Abhayadevasūri, 11th cent. and Jinadāsa Mahattara
खण्ड 1. शतक 1, 2 -- खण्ड 2. शतक 3-7 -- खण्ड 5. शतक 17-20
Includes bibliographical references and indexes
खण्ड 1: mūlapāṭha, Saṃskr̥ta chāyā, Hindī anuvāda, bhāṣya, tathā pariśiṣṭa-śabdānukrama ādi, Jinadāsa Mahattara kr̥ta Cūrṇi evaṃ Abhayadevasūrikr̥ta vr̥tti sahita
खण्ड 2: मूलपाठ, संस्कृत छाया, हिन्दी अनुवाद, भाष्य तथा आभयदेवसूरिकृत वृत्ति एवं परिशिष्ट-शब्दानुक्रम आदि सहित
खण्ड 5: मूलपाठ, संस्कृत छाया, हिन्दी अनुवाद, भाष्य तथा आभयदेवसूरिकृत वृत्ति एवं परिशिष्ट-शब्दानुक्रम-आदि-सहित
खण्ड 5: वाचना-प्रमुख, आचार्य तुलसी ; भाष्यकार, आचार्य महाप्रज्ञ ; प्रधान संपादक, आचार्य महाप्रज, आचार्य महाश्रमण ; सम्पादक, सह-भाष्यकार, मुनि महेन्द्र कुमार
連携機関・データベース国立情報学研究所 : CiNii Research
NACSIS書誌ID(NCID)https://ci.nii.ac.jp/ncid/BA32869594 : BA32869594