Search by Bookstore
Holdings of Libraries in Japan
This page shows libraries in Japan other than the National Diet Library that hold the material.
Please contact your local library for information on how to use materials or whether it is possible to request materials from the holding libraries.
Search by Bookstore
Bibliographic Record
You can check the details of this material, its authority (keywords that refer to materials on the same subject, author's name, etc.), etc.
- Material Type
- 図書
- Title
- Title Transcription
- जीवराज जैन ग्रंथ माला
- Publication, Distribution, etc.
- Alternative Title
- जीवराज-जैन-ग्रंथमालाJīvarāja-Jaina-granthamālāJīvarāja Jaina graṃthamālāJivaraja Jaina granthamalaJīvarāja Jain granthamālāJivaraj Jain Granthamalaजीवराज जैन ग्रंथ माला
- Place of Publication (Country Code)
- ii
- Target Audience
- 一般
- Note (General)
- Imprint in English: Solapur : Jain Sanskriti Sanrakshaka Sangh
- Related Material
- Jaina view of lifeप्रस्तावना, कुंदकुंद श्रावकाचार, परिशिष्ट युक्तभरतेश वैभवTiloya-paṇṇattī : Triloka-prajñaptiḥ : Jaina-lokajñāna-siddhāntaviṣayakaḥ prācīnaḥ Prākr̥tagranthaḥज्ञानार्णवश्रीमज्जिनसेनाचार्य विरचित महापुराणNarendrasena's Siddhāntasārasaṁgraha : Sanskrit text dealing with seven tattvasधर्मरत्नाकरः : अर्थबोधक-टिप्पणी-आलोचनात्मक-प्रस्तावना-परिशिष्ट-आदिभिः समेतःपउमणंदिकओ जंबूदीव-पण्णत्ति-संगहो : जैन करणानुयोग विषयक महत्त्वपूर्ण प्राचीन प्राकृत-रचना : आलोचनात्मक रीतिसे पाठान्तरों व परिशिष्टों आदि सहित, प्रशम वार सम्पादितश्री-रामचंद्र मुमुक्षु-विरचितं पुण्यास्रवकथाकोशम् : आलोचनात्मक रीतिसे प्रस्तावना व परिशिष्ट आदि सहितगुणभद्र-विरचितम् आत्मानुशासनम् : आलोचनात्मक रीतिसे प्रस्तावना व परिशिष्ट आदि सहितश्री-भावसेन-त्रैविद्य-विरचित विश्वतत्त्वप्रकाश : आलोचनात्मक प्रस्तावना, जैन तार्किक साहित्यनामक विस्तृत निबंध, टिप्पण, इत्यादि सहित प्रथमवार संपादितभगवती आराधनाबन्ध ; स्वामित्व ; विचयः : हिन्दी भाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-परिशिष्टैः सहसंस्कृत सागार-धर्मामृत : मराठी अनुवाद (संस्कृत टीका, अन्वयार्थ, अर्थ, भावार्थासहित)Jainism in South India and some Jaina epigraphsसंतकम्मपंजिया हिन्दी अनुवादक्षेत्र ; स्पर्शन ; कालानुगमाः : हिन्दी भाषानुवाद-तुलनात्मक टिप्पण-प्रस्तावनानेकपरिशिष्टैः सम्पादिताःश्री-शुभचंद्राचार्य-विरचितः पाण्डव-पुराण (जैन-महाभारत)श्री-असग-विरचितं वर्धमानचरितम् : हिन्दी अनुवाद, आलोचनात्मक प्रस्तावना आदि सहितभरतवर्षनामकरण : इतिहास आणि संस्कृतीGaṇitasāra-saṅgraha : an ancient treatise on mathematicsपद्मनन्दि पंचविंशतिः : धार्मिक और नैतिक २६ प्रकरणों का संग्रह : अज्ञातकर्तृक संस्कृत टीका सहित आलोचनात्मक रीति से सम्पादितकृतिअनुयोगद्वारम्Yaśastilaka and Indian culture, or, Somadeva's Yaśastilaka and aspects of Jainism and Indian thought and culture in the tenth centuryवेदनाभावविधानाद्यनुयोगद्वाराणि : वेदनानुयोगद्वारगर्भितानि : वेदनानामधेये : हिन्दीभाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावना आदि अनेक परिशिष्टैः सम्पादितानिश्रावकोत्तम ब्र. जीवराज गौतमचंद दोशी : जीवन व कार्यवेदनानिक्षेप ; वेदनानयविभाषणता ; वेदनानामविधान ; वेदनाद्रव्यविधानानुयोगद्वाराणिपांडव-पुराण : जैन-महाभारतश्री सिंहसूरर्षि-विरचित लोक-विभाग : जैन विश्व-विधान-प्ररूपक संस्कृत-ग्रन्थ : हिन्दी अनुवाद, आलोचनात्मक प्रस्तावना, पाठान्तर एवं परिशिष्टों आदिसे सहित : प्रथम वार सम्पादितभट्टारक सम्प्रदाय : अर्थात्, मध्ययुगीन दि[गम्ब]र जैन साधुओंके संघ सेनगण, बला[त्का]रगण और काष्ठासंघका स[म्पू]र्ण वृत्तान्तलाटीसंहिता आदि १९ श्रावकाचारों का संग्रहश्री तत्त्वार्थ टीका अर्थ प्रकाशिकानिबन्धन-प्रक्रम-उपक्रम-उदयाभिधेयानुयोगद्वाराणि : सत्कर्मान्तर्गत-शेषअष्टादश-अनुयोगद्वारेषु : हिन्दीभाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावना आदि अनेकपरिशिष्टैः सम्पादितानिवेदनाक्षेत्र विधान ; वेदनाकालविधानानुयोगद्वाराणिपद्मनन्दि-विरचित पञ्चविंशति : धार्मिक और नैतिक २६ प्रकरणोंका संग्रह : अंग्रेजी और हिन्दी प्रस्तावना, अज्ञातकर्तृक संस्कृत टीका सहित : आलोचनात्मक रीतिसे संपादितवेदनाक्षेत्र विधान ; वेदनाकालविधानानुयोगद्वाराणिचूलिका : हिन्दीभाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावनानेकपरिशिष्टैः सम्पादिताJaina view of lifeEthical doctrines in JainismYaśastilaka and Indian culture, or, Somadeva's Yaśastilaka and aspects of Jainism and Indian thought and culture in the tenth centuryEthical doctrines in Jainismभरतेश वैभवThe law of non-violence (ahiṁsā) and its relevance for all timesGunabhadra's Atmanusasana : with the commentary of Prabhacandra Critically edited with introductions, appendices etc.बन्धनानुयोगद्वारम् : हिन्दी भाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावना आदि अनेक परिशिष्टैः सम्पादिम्हिन्दी छन्दोबद्ध श्रावकाचारों और दो क्रियाकोषों क्रा संग्रहश्री सिंहसूरर्षि-विरचित लोक-विभाग : जैन विश्व-विधान-प्ररूपक संस्कृत-ग्रन्थ : हिन्दी अनुवाद, आलोचनात्मक प्रस्तावना, पाठान्तर एवं परिशिष्टों आदिसे सहितप्रस्तावना‚ कुन्दकुन्द श्रावकाचार‚ परिशिष्टयुक्तSiddhāntasārasaṅgrahaḥ : Jīvājīvādisaptatattvapratipādakaḥ saṃskṛtapadyagranthaḥलाटीसंहिता आदि १९ श्रावकाचारों का संग्रहबारसाणुपेक्खासागारधर्मामृत आदि ५ श्रावकाचारों का संग्रहअन्तर ; भाव ; अल्पबहुत्वानुगमाः : हिन्दी भाषानुवाद-तुलनात्मक टिप्पण-प्रस्तावनानेकपरिशिष्टैः सम्पादिताःचूलिका : हिन्दी भाषानुवाद-तुलनात्मक टिप्पण-प्रस्तावना आदि अनेक परिशिष्टैः सम्पादिताबन्ध ; स्वामित्व ; विचयः : हिन्दी भाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावनानेकपरिशिष्टैः सहJainism in Rajasthanपद्मनन्दि पंचविंशतिः : धार्मिक एवं नैतिक २६ प्रकरणों का संग्रह : अज्ञातकर्तृक संस्कृत टीका सहित आलोचनात्मक रीति से सम्पादितधर्मरत्नाकरः : अर्थबोधक-टिप्पणी-आलोचनात्मक-प्रस्तावना-परिशिष्ट-आदिभिः समेतःश्री-रामचन्द्र-मुमुक्षु-विरचितं पुण्यास्रवकथाकोशम् : आलोचनात्मक रीतिसे प्रस्तावना व परिशिष्ट आदि सहितसम्यक्त्व-कौमुदी : सम्यक्त्वोत्पादक २२ कथांचा सुंदर सचित्र संग्रहसुभाषितरत्नसंदोहĀtmānusāsana : with the commentary of PrabhacandraTiloya-paṇṇattī : Triloka-prajñaptiḥ : Jaina-lokajñāna-siddhāntaviṣayakaḥ prācīnaḥ Prākr̥tagranthaḥद्रव्यप्रमाणानुगमः : हिन्दी भाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावनानेकपरिशिष्टैः सम्पादितानिवेदनानिक्षेप ; वेदनानयविभाषणता ; वेदनानामविधान ; वेदनाद्रव्यविधानानुयोगद्वाराणिश्रीमदाचार्य स्वामी समन्तभद्रविरचित संस्कृत रत्नकरंड-श्रावकाचारसत्प्ररूपणा : जीवस्थाने : हिन्दीभाषानुवाद-तुलनात्मक टिप्पण प्रस्तावना अनेक-परिशिष्टैः संपादिताJainism in South India and some Jaina epigraphsरत्नकरण्ड आदि ९ श्रावकाचारों का संग्रहमोक्षादि-चतुर्दशानुयोगद्वाराणि : सत्कर्मान्तर्गत-शेषअष्टादश-अनुयोगद्वारेषु : हिन्दीभाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावना आदि अनेक परिशिष्टैः सम्पादितानितीर्थवन्दनसंग्रह : दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्रें के बारे में ४० लेखकों की प्राचीन और मध्ययुगीन रचनाओं का संकलन और अध्ययनश्री-भावसेन-त्रैविद्य-विरचित प्रमाप्रमेय : सिद्धान्तसार मोक्षशास्त्र का प्रथम परिच्छेद : प्रस्तावना, हिनदी अनुवाद, तुलनात्मक टिप्पणी इत्यादि सहित प्रथमवार संपादितरइधू-ग्रन्थावली : १४वीं-१५वीं सदी ईस्वीके महाकवि रइधू द्वारा प्रणीत अपभ्रंश-रचनाओं का, प्राचीन अद्यावधि अप्रकाशित हस्तलिखित ग्रन्थोंके आधारपर सम्पादन, हिन्दी-अनुवाद, विस्तृत समीक्षात्मक भूमिका, विविध पाठ-पाठान्तर तथा शब्दानुक्रमणिका-सहित सर्वप्रथम प्रकाशनकुन्द-कुन्द प्राभृत संग्रह : कुन्दकुन्दाचार्य के प्रवचनसार, पञ्चास्तिकाय, नियमसार और षट्प्राभृत, से विषयवार संकलित तथा द्वादशानुप्रेक्षा, दशभक्ति और समयसार सम्पूर्ण, हिन्दी अनुवाद सहितक्षुद्रकबंध : हिन्दी भाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावनानेकपरिशिष्टैः सम्पादितानिकृतिअनुयोगद्वारम्स्पर्श-कर्म-प्रकृत्यनुयोगद्वाराणि : वर्गणानामधेये : हिन्दीभाषानुवाद-तुलनात्मकटिप्पण-प्रस्तावना आदि अनेकपरिशिष्टैः सम्पादितानिसत्प्ररूपणाप्राकृतशब्दानुशासनम् : स्वोपज्ञवृत्तियुतम्
- Related Material (URI)